CSIR NET 2025: अगर आपने CSIR NET 2025 की परीक्षा दी थी, तो आपके लिए एक जरूरी अपडेट आ चुका है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने CSIR NET जून 2025 सत्र की प्रोविजनल आंसर-की आधिकारिक वेबसाइट csirnet.nta.ac.in पर जारी कर दी है। अब जिन भी उम्मीदवारों ने यह परीक्षा दी थी, वे अपने लॉगिन क्रेडेंशियल्स की मदद से आंसर-की और व्यक्तिगत उत्तर पुस्तिका (response sheet) चेक कर सकते हैं। साथ ही, अगर किसी उत्तर को लेकर कोई आपत्ति है, तो वे 3 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज कर सकते हैं।
किसलिए और कब हुई थी परीक्षा?
CSIR NET जून 2025 की परीक्षा का आयोजन 28 जुलाई 2025 को हुआ था, जिसमें पूरे भारत से कुल 1,95,241 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। यह परीक्षा मुख्य रूप से Junior Research Fellowship (JRF) की पात्रता तय करने, देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति और PhD प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को अब यह मौका दिया गया है कि वे उत्तर कुंजी को चेक करें और यदि किसी उत्तर पर संदेह है तो आपत्ति दर्ज कर सकें।
कैसे दर्ज करें उत्तर कुंजी पर आपत्ति?
अगर आप किसी उत्तर से असहमत हैं या आपको लगता है कि उत्तर कुंजी में त्रुटि है, तो NTA ने आपको इसके खिलाफ चुनौती दर्ज करने की सुविधा दी है। इसके लिए नीचे दी गई स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया को फॉलो करें:
सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट csirnet.nta.ac.in पर जाएं। वहां आपको “Challenge Answer Key” का लिंक दिखाई देगा, जिस पर क्लिक करें। अब अपने Application Number, जन्म तिथि और सुरक्षा पिन के माध्यम से लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद “View Answer Sheet” पर क्लिक करके अपनी उत्तर पुस्तिका देखें। फिर उस उत्तर के आगे “Challenge” बटन पर क्लिक करें, जिस पर आपत्ति दर्ज करनी है। अब आपको प्रश्न की ID और उस उत्तर का विवरण देना होगा, जो आपके अनुसार सही है। अपनी आपत्ति को मजबूत करने के लिए सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट भी अपलोड करें। एक बार सभी जानकारी भर लेने के बाद अपनी एंट्री की समीक्षा करें और यदि आवश्यक हो तो “Claim Modified” विकल्प का उपयोग करके बदलाव करें। अंत में, प्रति प्रश्न ₹200 शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करें और अपनी चुनौती को सबमिट करें।
ध्यान रहे, आपत्ति दर्ज करने की अंतिम तिथि 3 अगस्त 2025 है और यह फीस नॉन-रिफंडेबल है। केवल उन्हीं आपत्तियों पर विचार किया जाएगा जिनके साथ वैध दस्तावेज और पूरा भुगतान किया गया हो।
क्यों जरूरी है ये प्रक्रिया?
Answer Key चैलेंज करने की प्रक्रिया न केवल पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करती है, बल्कि योग्य और मेहनती छात्रों को उनका सही हक भी दिलाती है। अगर किसी तकनीकी या टाइपिंग गलती से किसी उत्तर में त्रुटि रह गई है, तो छात्र उसे सही करा सकते हैं और अंतिम परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।