PM Kisan Yojanaआज हम बात करने जा रहे हैं किसानों के लिए उन योजनाओं की जो पीएम किसान योजना की तरह ही उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बना रही हैं। किसानों की मेहनत हमारे देश की रीढ़ है, लेकिन कभी-कभी ये मेहनत उतना फल नहीं दे पाती जिसकी उन्हें सख्त जरूरत होती है। इसी को देखते हुए दोस्तो, केंद्र सरकार के साथ-साथ कई राज्य सरकारें भी किसानों की मदद के लिए आगे आई हैं और ऐसी योजनाएं शुरू की हैं जो साल भर किसानों को सीधी आर्थिक सहायता देती हैं। चलिए जानते हैं इन योजनाओं के बारे में जो देशभर के किसानों की जिंदगी में बदलाव ला रही हैं।
किसानों की जेब में आ रहा है सीधा पैसा, सिर्फ पीएम किसान योजना ही नहीं है सहारा
दोस्तो, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त के रूप में देशभर के 9.7 करोड़ किसानों के खातों में ₹2,000 की राशि ट्रांसफर की है। इस योजना के तहत सालाना ₹6,000 किसानों को तीन किस्तों में मिलते हैं। इस बार कुल ₹20,500 करोड़ की रकम DBT के जरिए सीधे किसानों के खाते में पहुंचाई गई।
लेकिन दोस्तो, दिलचस्प बात ये है कि देश के कुछ राज्यों में किसानों को केंद्र सरकार की मदद के साथ-साथ राज्य सरकार से भी अतिरिक्त सहयोग मिल रहा है। यानी किसान एक साथ ₹7,000 तक की मदद पा रहे हैं, जिससे उनकी खेती और घर चलाने में बड़ी राहत मिल रही है।
आंध्र प्रदेश की अन्नदाता सुखीभव योजना: हर साल ₹14,000 की मदद
तो दोस्तो, आंध्र प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक शानदार योजना शुरू की है जिसका नाम है अन्नदाता सुखीभव योजना। इस योजना के तहत राज्य सरकार छोटे और सीमांत किसानों को सालाना ₹14,000 की सहायता देती है। यह मदद तीन किस्तों में दी जाती है और इसे केंद्र सरकार की पीएम किसान योजना के साथ जोड़कर ट्रांसफर किया जाता है।
हाल ही में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस योजना की पहली किस्त के तहत 47 लाख किसानों के खातों में ₹7,000 ट्रांसफर किए जिसमें ₹2,000 केंद्र सरकार से और ₹5,000 राज्य सरकार से मिले।
मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना
मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की शुरुआत 2020 में की थी। शुरुआत में इस योजना में सालाना ₹4,000 मिलते थे लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹6,000 कर दिया गया है। ये पैसा दो किस्तों में दिया जाता है और यह भी पीएम किसान योजना के अतिरिक्त है। यानी एमपी के किसान साल में ₹12,000 तक की सीधी आर्थिक मदद पा सकते हैं।
तो दोस्तो, अगर आप मध्य प्रदेश से हैं और किसान हैं तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं, क्योंकि यह आपको खेती के लिए जरूरी पूंजी समय पर देने में बहुत मदद करेगी।
ओडिशा की कालिया योजना: खेती के साथ जीवन बीमा भी
ओडिशा सरकार की कालिया योजना किसानों के लिए एक बहुउद्देश्यीय योजना है। इस योजना में छोटे और सीमांत किसानों को सालाना ₹10,000 (₹5,000 खरीफ और ₹5,000 रबी सीजन के लिए) की वित्तीय सहायता दी जाती है।
इसके अलावा भूमिहीन कृषि मजदूरों को ₹12,500 की सहायता दी जाती है ताकि वे मुर्गी पालन, बकरी पालन या मशरूम उत्पादन जैसे काम शुरू कर सकें। साथ ही दोस्तो, इस योजना में ₹2 लाख तक का जीवन और दुर्घटना बीमा और ब्याज मुक्त फसल ऋण भी दिया जाता है। यह योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करती है।
तेलंगाना की रायथु भरोसा योजना: हर एकड़ के हिसाब से ₹12,000
तेलंगाना सरकार की रायथु भरोसा योजना किसानों को सीधा वर्किंग कैपिटल देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसमें किसानों को हर साल प्रति एकड़ ₹12,000 की मदद दी जाती है। यह राशि दो किस्तों में मिलती है – ₹6,000 खरीफ सीजन और ₹6,000 रबी सीजन की शुरुआत में।
इससे दोस्तो किसान समय पर बीज, खाद और अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था कर पाते हैं और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। ये योजना उनकी आमदनी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है।
FAQ: आपके जरूरी सवालों के जवाब
प्रश्न 1: क्या पीएम किसान योजना के साथ राज्य की योजना का लाभ लिया जा सकता है?
उत्तर: हां दोस्तो, किसान केंद्र की पीएम किसान योजना और राज्य सरकार की योजनाओं दोनों का लाभ ले सकते हैं। इससे उन्हें ज्यादा आर्थिक सहयोग मिल पाता है।
प्रश्न 2: क्या इन योजनाओं में आवेदन करना जरूरी है या पैसा खुद-ब-खुद आता है?
उत्तर: कुछ योजनाएं जैसे पीएम किसान या कालिया योजना में रजिस्ट्रेशन जरूरी होता है। एक बार पात्रता साबित हो जाए तो पैसा DBT के जरिए सीधे खाते में आ जाता है।
प्रश्न 3: कालिया योजना में किसे 12,500 रुपये मिलते हैं?
उत्तर: ओडिशा में भूमिहीन कृषि मजदूरों को ₹12,500 दिए जाते हैं ताकि वे छोटे पैमाने पर व्यवसाय शुरू कर सकें।
प्रश्न 4: क्या तेलंगाना की योजना सभी किसानों के लिए है?
उत्तर: रायथु भरोसा योजना का लाभ उन किसानों को मिलता है जो फसल उत्पादन कर रहे हैं और जिनके पास खेती की ज़मीन है।
प्रश्न 5: इन योजनाओं में किसानों को कब-कब पैसा मिलता है?
उत्तर: अधिकतर योजनाओं में पैसा फसल के सीजन यानी खरीफ और रबी की शुरुआत में दिया जाता है ताकि किसान समय से खेती कर सकें।